स्वदेशी आंदोलन कूद पड़े थी मातृभूमि पढ़ाई स्वदेशी आंदोलन कूद पड़े थी मातृभूमि पढ़ाई
अजनबी था कोई छू रहा था मुझको खुद की नज़रों से, शायद मेरी आँखें कुछ तलाश रही थी, अजनबी था कोई छू रहा था मुझको खुद की नज़रों से, शायद मेरी आँखें कुछ त...
देखे मैंने ऐसे शिक्षक, इंसानियत की बढ़ाई वे करते।।। देखे मैंने ऐसे शिक्षक, इंसानियत की बढ़ाई वे करते।।।
विसंगतियों को भला हम क्यूँ सहेंगे ? अपनी बातों को हम तो कहते रहेंगे विसंगतियों को भला हम क्यूँ सहेंगे ? अपनी बातों को हम तो कहते रहेंगे
कि मजदूर हिंसक हो गया पुलिस पर कर रहा था फायरिंग . कि मजदूर हिंसक हो गया पुलिस पर कर रहा था फायरि...
अलफ्रेड़ पार्क में प्राण गँवायें थर्र-थर्र अंग्रेज जिनसे कांपे थे।। अलफ्रेड़ पार्क में प्राण गँवायें थर्र-थर्र अंग्रेज जिनसे कांपे थे।।